मना करने के बावजूद मुझे CM बनाने की चर्चा से आहत हूंः KTR

कैंपेन पर रोक लगाने के लिए कहा
KTR को CM बनाने के लिए मंच तैयार
पार्टी नेताओं द्वारा ऐसी चर्चा करना बंद नहीं हो रही
हैदराबादः राज्य में लंबे समय से केटी रामा राव (KTR) को टीआरएस (TRS) सरकार में केसीआर (KCR) की जगह मुख्यमंत्री (CM) पद पर बिठाने की जद्दोजहद चल रही है। गाहे-बगाहे इस मुद्दे को लेकर पार्टी और पार्टी के बाहर भी चर्चा होती रहती है। विपक्षी दल इस मुद्दे को गर्म कर टीआरएस पर भी 'पारिवारिक पार्टी' होने के आरोप लगाते रहते हैं।
ऐसे में पार्टी को एकजुट रखने और हालात पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने के उद्देश्य से गुरुवार को केटीआर ने अपनी पार्टी के नेताओं से ऐसी किसी भी तरह की बात न करने की नसीहत दी है।
केटीआर ने कहा कि पार्टी के नेता पार्टी और उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलबाजी करना छोड़ दें। खासकर ऐसी अटकलें लगाने के लिए उन्होंने अपने नेताओं को मना किया है जिससे प्रदेश में पार्टी को शर्मसार होना पड़ रहा है या पड़ सकता है।
कैंपेन पर रोक लगाने के लिए कहा
सूत्रों की मानें तो गुरुवार को खम्मम स्थित प्रगति भवन में आयोजित पार्टी के नेताओं की मीटिंग के दौरान टीआरएस के वर्किंग प्रेसिडेंट केटीआर ने उन्हें सीएम बनाए जाने के लिए पार्टी के नेताओं द्वारा चलाए जाने वाले कैंपेन पर रोक लगाने के लिए कहा है।
पार्टी में अंदरखाने यह भी चर्चा हो रही है कि मंत्री जी.कमलाकर और बोधन एमएलए मोहम्मद शकील समेत अन्य कई विधायकों को फोन करके पार्टी के हाई कमान ने यह मांग की है कि केटीआर को जल्द से जल्द मुख्यमंत्री बनाने की मांग जैसे अपने स्टेटमेंट्स पर वे लगाम कसें।
KTR को CM बनाने के लिए मंच तैयार
सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्री ई. राजेंद्र के इस बयान से भी पार्टी नाराज है कि केटीआर को मुख्यमंत्री बनाने के लिए मंच तैयार किया जा रहा है। जरूरत पड़ी तो केसीआर खुद केसीआर की ताजपोशी कर देंगे।
केटीआर ने साफ किया है कि कई मंचों पर उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की बात चलती रहती है, खासकर जिस भी बैठक में वह मौजूद नहीं होते हैं। ऐसी किसी भी तरह की चर्चा पर अब रोक लगा देनी चाहिए।
पार्टी नेताओं द्वारा ऐसी चर्चा करना बंद नहीं हो रही
गुरुवार को जब डिप्टी स्पीकर पद्मा राव ने केटीआर को सीएम बनाने की चर्चा फिर से की, तो केटीआर ने इस पर आपत्ति जताते हुए एक बार फिर कहा कि उनके बार-बार मना करने के बावजूद पार्टी के नेताओं द्वारा ऐसी चर्चा करना बंद नहीं हो रही, जिससे उन्हें तकलीफ हो रही है।