ऑटो रिक्शा, बस ड्राइवरों और कंडक्टरों को दी जाएगी ट्रेनिंग, घायलों के उपचार के लिए सरकार की पहल

प्रशिक्षण के बाद दिया जाएगा प्रमाण पत्र
एंबुलेंस पहुंचने तक घायलों का करेंगे उपचार
हैदराबाद: सड़क दुर्घटनाओं में मौत की दर को कम करने के लिए तेलंगाना सरकार 'गोल्डन आवर’ पहल की शुरूआत करने जा रही है। जिसके अंतर्गत सड़क हादसे में घायल को एंबुलेंस आने तक उचित उपचार किया जाएगा। जिसके लिए ऑटो रिक्शा, बस चालकों और कंडक्टरों को मौके पर घायलों के उपचार करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के बाद सभी को प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। ये प्रमाणित गोल्डन ऑवर के दौरान जब तक एंबुलेंस मौके पर पहुंचती है, तब घायलों की जिंदगी बचाने के लिए उपचार करेंगे। इस तरह से घायल की जिंदगी बचाने में मदद करेगी।
अभी अगर कोई सड़क दुर्घटना होती है, तो एम्बुलेंस को घटनास्थल तक पहुंचने में कम से कम आधा घंटा लगता है। जब तक कोई एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंचती है, तब तक ये सभी घायलों को इलाज दे सकते हैं। इन सभी को प्रशिक्षित करने का निर्णय कुछ दिनों पहले मुख्य सचिव सोमेश कुमार द्वारा बुलाई गई उच्च स्तरीय बैठक के दौरान लिया गया था।
पुलिस, सड़क और भवन (आर एंड बी), पंचायत राज और परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बैठक में भाग लिया था। ताकि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अपनाए जाने वाले तौर-तरीकों पर चर्चा की जा सके। एक अधिकारी ने कहा कि इन सभी को प्रशिक्षित करना एक बहुत बड़ा काम है, लेकिन इससे कीमती जीवन को बचाने में मदद मिलेगी।
यह भी पढ़े: निजामाबाद में लॉरी में जिंदा जल गया बैठा सवार, कई दिनों से सड़क किनारे खड़ी थी गाड़ी
इसके साथ ही एक दुर्घटना के दौरान बेहतर समन्वय के लिए हेल्पलाइन नंबर - डायल 100 (पुलिस), 108 (आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा) और 1033 भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को एकीकृत करने के लिए एक कार्य योजना भी बनाई जा रही है। संपूर्ण अभ्यास का उद्देश्य कम से कम सड़क हादसे में होने वाली मौतों को कम करना है।