MLC चुनाव : नलगोंडा से रामुलू और रंगारेड्डी से चिन्नारेड्डी के नाम लगभग तय, ये है कांग्रेस का प्लान

हैदराबाद : कांग्रेस पार्टी ने ग्रैजुएट्स एमएलसी चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम तय किए हैं। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस पार्टी ने पूर्व एमएलसी एस. रामुलू नायक को नलगोंडा-खम्मम-वरंगल जिलों के एमएलसी निर्वाचन क्षेत्र का उम्मीदवार और पूर्व मंत्री जी. चिन्नारेड्डी को रंगारेड्डी-हैदराबाद-महबूबनगर जिलों के निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया है।
नलगोंडा सीट के लिए उस्मानिया विश्वविद्यालय के विद्यार्थी नेता कोटूरी मानवताराय और रंगारेड्डी सीट के लिए पूर्व विधायक व युवा नेता चल्ला वंशीचंद रेड्डी के नाम पर भी पार्टी आलाकमान विचार कर रहा है। बावजूद इसके विभिन्न सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस हाईकमान का झुकाव रामुलू नायक और चिन्नारेड्डी की उम्मीदवारी की तरफ दिख रहा है। गांधी भवन के सूत्रों के मुताबिक पार्टी आलाकमान अगले चार-पांच दिन में अंतिम निर्णय लेकर उम्मीदवारों की अधिकारिक घोषणा कर सकता है।
कांग्रेस पार्टी को ग्रैजुएट्स एमएलसी उम्मीदवारों के चयन के लिए काफी मुशक्कत करनी पड़ी। दो महीने पहले ही उसने आवेदन स्वीकार किए थे। नलगोंडा सीट के लिए 26 और रंगारेड्डी के लिए 24 आवेदन मिले थे। इन आवेदनों की छंटनी के दौरान टीजेएस अध्यक्ष कोदंडराम, इंटी पार्टी के नेता चेरकु सुधाकर ने नलगोंडा एमएलसी सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताते हुए तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस समिति के नेताओं से समर्थन की अपील की थी।
गठबंधन पर निर्णय लेने के लिए एमएलसी जीवन रेड्डी के नेतृत्व में टीपीसीसी ने एक कमेटी गठित की और कमेटी के जनमत संग्रहण में अधिकांश नेताओं ने कांग्रेस पार्टी को ही चुनाव मैदान में उतारने को कहा। माणिकम टैगोर से मुलाकात के दौरान अधिकांश बड़े नेताओं की राय के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया। उम्मीदवारों की सूची तैयार करने के बाद टीपीसीसी ने एक सीट के लिए तीन-तीन नेताओं के नाम पार्टी आलाकमान के पास भेज दिया है और अब पार्टी आलाकमान के अधिकारिक घोषणा का इंताजार है।
सामाजिक समीकरण... अनुभव
बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी ने सामाजिक समीकरण और अनुभव के आधार पर अपने उम्मीदवारों को चुना है। गांधीभवन के सूत्रों के मुताबिक नलगोंडा-खम्मम-वरंगल एमएलसी निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार के रूप में रामुलू नायक को चुना गया है। रामुलू एमएलसी का कार्यकाल अभी दो साल बाकी रहने के बावजूद टीआरएस छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे।
आदिवासी नेता और तेलंगाना आंदोलनकारी के रूप में मशहूर होने के बावजादू रामुलू नायक को पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में मौका नहीं दिया गया था। ऐसे में एमएलसी के रूप में मौका देने के जरिए कांग्रेस पार्टी ये संकेत देने का प्रयास करेगी कि पार्टी में नेताओं का भविष्य उज्जवल रहेगा। इसके अलावा इस एमएलसी निर्वाचन क्षेत्र में एसटी, विशेष रूप से लंबाड़ी (बंजारा) ग्रैजुएट्स अधिक हैं। जल्द ही होने वाले नागार्जुन सागर उपचुनाव में भी इस सामाजिक वर्ग के वोटर काफी अधिक हैं।
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रंगारेड्डी-हैदराबाद-महबूबनगर एमएलसी निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार जी. चिन्नारेड्डी को अनुभव के आधार पर चुना गया है। टीपीसीसी के सभी वरिष्ठ नेताओं ने इस बार चिन्नारेड्डी की वकालत की है। यहां से टिकट की उम्मीद लिए बैठे पूर्व विधायक कूना श्रीशैलम गौड़, टी. राममोहन रेड्डी के चुनाव मैदान से हट जाने से इस बार रंगारेड्डी से चिन्नारेड्डी का नाम लगभग तय माना जा रहा है।