ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचने के लिए पत्थरों पर की बैटिंग, फिर ब्रिस्बेन में ढाया कहर

सेलेक्शन से पहले ही शुरू की ऑस्ट्रेलिया की तैयारी
शॉर्ट पिच गेंदों के खिलाफ खुद को किया मजबूत
रोहित के बाद पुल शॉट का एक और सूरमा
हैदराबाद : ऑस्ट्रेलिया (Australia) दौरे पर टीम इंडिया (Indian Cricket Team) अपने आखिरी दिन ब्रिस्बेन (Brisbane) में टेस्ट मैच जीतकर इतिहास रच दिया। इस मैच में जब शुभमन गिल (Shubman Gill) 91 रन बनाकर आउट हुए, तो हर किसी को उनके शतक पूरा न कर पाने का दुख था। लेकिन इस बात का यकीन और दिलासा जरूर मिला, कि आने वाले दिनों में ये बल्लेबाज ऐसा मौका नहीं चूकेगा और लंबे वक्त तक भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) का बड़ा सुपरस्टार बनेगा। गिल की इस पारी ने भारत को मैच में मजबूत बुनियाद दी।
सिर्फ 21 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के खौफनाक तेज गेंदबाजी आक्रमण के सामने बेखौफ होकर बैकफुट पंच और पुल शॉट खेलने वाले शुभमन ने ये काबिलियत हासिल करने के लिए जाहिर तौर पर कड़ी मेहनत की। इसी मेहनत का एक हिस्सा आईपीएल 2020 से पहले की गई खास तैयारी भी है।
बताया जाता है कि वह अपने पिता के साथ घर में ही क्रिकेट की बारीकियां सीखते थे। जिसके कारण शुभमन गिल के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा बेहद खास रहा। जिस सपने को देखते हुए वह क्रिकेटर बने थे, मेलबर्न के ऐतिहासिक मैदान पर 26 दिसंबर को वह सच साबित हुआ। उन्हें भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा बनने का मौका मिला और सिर्फ 3 मैचों मे ही उन्होंने इस टीम के साथ अपने आने वाले चमकीले भविष्य की बुनियाद रखी।
सेलेक्शन से पहले ही शुरू की ऑस्ट्रेलिया की तैयारी
गिल का भारतीय टेस्ट टीम में आना तय था। सवाल सिर्फ एक शब्द का था- कब? इस सवाल का जवाब ढूंढ़ने के बजाए शुभमन ने खुद को उस स्थिति के लिए तैयार करना शुरू किया कि जब भी जवाब मिलेगा तो वह उसे सही साबित करेंगे। इसलिए ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम के चयन से पहले शुभमन ने आईपीएल की तैयारियों के बीच खुद को ऑस्ट्रेलिया की स्थितियों के लिए ढालना शुरू किया।
शॉर्ट पिच गेंदों के खिलाफ खुद को किया मजबूत
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएई में शुभमन की आईपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइट राइडर्स के कैंप के दौरान ही शुभमन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए खुद को तैयार करना शुरू कर दिया था। लक्ष्य था तेज और उछाल भरी गेंदों पर पुल शॉट और बैकफुट पंच को धार देना। इसमें शुभमन का साथ दिया उनके पुराने मेंटॉर खुशप्रीत सिंह ने।
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बताया जाता है कि खुशप्रीत ने 10×7 फुट का ‘कोटा स्टोन’ के एक टुकड़े का इंतजाम किया और फिर शुरू हुई तैयारीं। खुशप्रीत ने बताया कि 'नेट्स (सेशन) से पहले हर रोज, मैं विकेट के बीच में रखे कोटा स्टोन के टुकड़े पर मैं उसे बाउंसर और शॉर्ट ऑफ लेंथ गेंद खिलाता था। ज्यादातर फोकस पुल शॉट और पंच पर होता था। भारत में रहते हुए युवराज सिंह पाजी ने भी शुभमन के साथ अपने इनपुट शेयर किए थे।'
रोहित के बाद पुल शॉट का एक और सूरमा
यही तैयारी ऑस्ट्रेलिया के मैदानों में काम आई। शॉर्ट गेंदों के खिलाफ दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रोहित शर्मा भारतीय टीम का हिस्सा हैं। अब रोहित के ही जैसे इन गेंदों का बखूबी सामना करने वाला एक और बल्लेबाज शुभमन गिल के रूप में भारत को मिल गया है और इसकी पहली झलक ऑस्ट्रेलिया में पूरी दुनिया को देखने को मिला है।