राम गोपाल वर्मा के मंसूबे पर फिर सकता है पानी, दिशा केस से जुड़ी फिल्म पर कई तरह के आब्जेक्शन..!

हैदराबाद : सच्ची घटनाओं पर फिल्म बनाना निर्देशकों(Producers) के लिए एक पसंदीदा काम हो गया है। ये कहना गलत नहीं होगा कि फिल्मी जगत किसी बड़े अपराध को भी अपने फायदे के लिए भुनाने से पीछे नहीं हटता है। सालों से फिल्मी जगत(Film Industry) में बड़ी घटनाओं या किसी बड़े क्राइम को लेकर फिल्में बनती रही हैं। जिनमें कई फिल्मों ने बडे पर्दे पर तलहका भी मचाया। इसी तरह एक बार फिर ब्लॉकबस्टर हिट की चाहत में बॉलीवुड(Bollywood) के जाने-माने निर्माता राम गोपाल वर्मा(Ram Gopal Varma) ने एक फिल्म बनाई है।
इसके पहले भी चाहे वो जेसिका मर्डर केस(Jessica Murder case) हो या फूलन देवी या फिर दिल्ली का तलवार डबल मर्डर केस फिल्मीस्तान कभी भी किसी बड़ी घटना पर फिल्म बनाने से नहीं चूकता है। निर्देशक राम गोपाल वर्मा ने एक बार इस बात को साबित करते हुए 26 दिसंबर 2019 में हैदराबाद के रंगारेड्डी जिले में हुई दर्दनाक घटना 'दिशा केस'(Disha case) पर फिल्म बनाने का ऐलान करने में देर नहीं लगाई।
हैदराबाद में एक जघन्य अपराध हुआ जिसको लेकर पूरे देश में गुस्सा फूटा था। इस बीच फिल्मीस्तान ने एक बार फिर एक बार फिर सच्ची घटना को बडे पर्दे पर भुनाने की कोशिश की। राम गोपाल वर्मा ने 'दिशा एनकाउंटर'(Disha Encounter) नाम से एक फिल्म का निर्माण किया। फिल्म के लिए उन्होंने हैदराबाद में आरजीआई हवाईअड्डे के पुलिस स्टेशन का दौरा कर अधिकारियों से मुलाकात की और फिल्म बनाने के लिए जानकारियां इकट्ठा की। फिल्म के लिए घटना स्थल से जुड़ी जगहों पर शूटिंग भी की गई।
पीड़िता और आरोपी के परिजनों की जिंदगी
लोगों का कहना है कि फिल्म जगत का अपने फायदे के लिए फिल्म बनाने कोई बुरा नहीं है, लेकिन इन फिल्मों को लेकर समाज और घटना से जुड़े लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ता
है। जहां एक तरफ कुछ लोगों के मन में पीड़िता के प्रति संवेदना जागती है, तो दूसरी ओर इससे पीड़िता और उसके परिजनों के सम्मान को भी ठेस पहुंचती है।
आरोपी या अपराधी के परिवार को समाज के बहिष्कार तक का सामना करना पड़ता है। फिल्म के रिलीज के बाद उनकी जिदंगी पर गहरा असर पड़ता है। दिशा केस पर बनी फिल्म को लेकर दिशा के पिता और आरोपियों के परिजनों का भी कुछ ऐसा ही कहना है। इन्हीं दलीलों के साथ मृतका के पिता ने कोर्ट में फिल्म की रिलीज की मांग करते हुए याचिका दायर की थी।
मृतका दिशा के पिता का आरोप
फिल्म को लेकर मृतका दिशा के पिता ने आरोप लगाया है कि वर्मा ने ये फिल्म उनकी सहमति के बगैर बनाई है। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माता पैसा कमाने के लिये परिवार के सम्मान को ठेस पहुंचा रहे हैं। उन्होंने सरकार से और वर्मा से भी फिल्म का ट्रेलर यूट्यब से फौरन हटाने का अनुरोध भी किया था। याचिका में सुनवाई करते हुए इस साल अक्टूबर महीने में तेलंगाना हाईकोर्ट ने ‘दिशा एनकाउंटर' फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की याचिका को खारिज कर दिया।
आरोपियों के परिवार ने भी जताया ऐतराज
वहीं दिशा केस में एनकाउंटर किए गए चारों आरोपियों के परिजनों ने भी फिल्म पर ऐतराज जताया था। याचिकाकर्ताओं के वकील ने तेलंगाना उच्च न्यायालय को बताया कि पीड़ितों के जीवन पर फिल्म बनाने के वर्मा के फैसले से उन्हें काफी भावनात्मक पीड़ा हो रही थी। उन्होंने ये भी कहा कि फिल्म बनाने से पीड़ितों को उनके पैतृक गांव छोड़ने पर भी मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माता पीड़ितों को फिल्म में खलनायक के रूप में दिखाने का प्रयास कर रहे थे। लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज करते हुए सेंसर बोर्ड जाने की सलाह दी।
फिल्म की रिलीज को लेकर हो रहे विरोध को देखते हुए साफ होता है कि दिशा केस से जुड़ा कोई भी इस निर्मम घटना के दर्द को दोबारा महसूस नहीं करना चाहता। शायद इसलिए हाईकोर्ट में अपील के खारिज होने के बाद दिशा के परिवारवालों ने हैदाराबाद में राम गोपाल वर्मा के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया था।
राम गोपाल वर्मा की दलील
फिल्म जगत इन संवेदनाओं से अलग सच्ची घटनाओं को कहानी का नाम देकर अपना लक्ष्य साधने में जुटा रहता है। कई बार कहानी को सच्ची घटना बता कर तो कई बार घटना से प्रेरित बता कर फिल्मी निर्देशक विवादों से अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। दिशा केस पर फिल्म बनाने को लेकर भी राम गोपाल वर्मा ने कुछ ऐसी ही सफाई दी। राम गोपाल वर्मा ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा कि उनकी फिल्म बस काल्पनिक घटना है। उसमें दिशा केस से जुड़ी कोई बात नहीं है।
घटना की जगह हुई शूटिंग
जबकि जानकारी के मुताबिक फिल्म युनिट ने हैदराबाद के रंगारेड्डी जिले के शादनगर के पास बाइपास राष्ट्रीय राजमार्ग के चटानपल्ली ब्रिज के नीचे शूटिंग की है।
ऐसा था दिशा केस का मामला
दिसंबर 2019 में हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और फिर जलाकर हत्या कर देने के मामले में देश भर में रोष का माहौल था। पूरा देश पीड़िता के लिए न्याय की मांग कर रहा था। इस बीच शुक्रवार की सुबह तेलंगाना पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया। इस पर देशभर से लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। बहुत लोगों ने तेलंगाना पुलिस (Telangana Police) को बधाई दी। कहीं पुलिस को मिठाई खिलायी गई, तो कहीं उनके स्वागत में फूल बरसाए गए।
हैदराबाद में हुआ अपराध बहुत ही घिनौना था। अभी दिशा केस को लेकर कार्रवाई जारी है। दिशा केस में हुए एनकाउंटर पर जांच जारी है। केस अभी पूरा नहीं हुआ है। लेकिन ये बॉलीवुड है जहां मुश्किल वक्त में भी नए आइडिया उठते ही रहते हैं। एक बार फिर बॉलीवुड ने सभी को हैरान कर दिया।
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याद दिला दें, ये पहली बार नहीं है जब बॉलीवुड मौके पर चौका मारने की कोशिश कर रहा है। इससे पहले भी फिल्म निर्माता सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्में बना चुके हैं। बैंडिट क्वीन, दिल्ली क्राइम वेब सीरीज, तलवार , नो वन किल जेसिका ऐसी कई फिल्मों के नाम लिए जा सकते हैं। राम गोपाल वर्मा ने सोशल मीडिया मंचों पर पहले ही 'दिशा एनकाउंटर' फिल्म का ट्रेलर जारी कर दिया था। फिल्म घटना के दिन यानी 26 नवंबर को ही रिलीज होनी है। हालांकि फिल्म की रिलीज को लेकर अभी भी अटकले हैं।