जानें पाठकों की राय: क्या राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री की मुलाकात से सीमा पर तनाव कम होगा?

सीमा पर तनाव कम होगा?
सीमा को लेकर युद्ध की स्थिति तय है
भारत सरकार से अपील
हैदराबाद: साक्षी समाचार ताजा घटनाओं को ध्यान में रखकर अपने पाठकों से कुछ सवाल करता है। पोल के माध्यम से किए गए सवालों में हमारे पाठक बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं। इस बार पाठकों से हमारा सवाल भारत और चीन के रिश्तों को लेकर था। हम जानना चाहते थे कि आखिर हमारे पाठक इस देश की सीमा पर बढ़े तनाव को लेकर क्या सोचते हैं? साथ ही, रूस में आयोजित एससीओ मीटिंग को लेकर उनकी क्या मान्यता है?
सीमा पर तनाव कम होगा?
पाठकों से हमारा सवाल था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंघे की मुलाकात से क्या दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव कम होगा? क्या वे मानते हैं कि हमारे रक्षा मंत्री और चीनी काउंटरपार्ट की इस बैठक का कोई अच्छा नतीजा सामने आएगा? हमारी पोल में इस सवाल के जवाब को लेकर पाठकों की राय बेहद चौंकाने वाले हैं। इस सवाल के जवाब में हमें 3 लाख 96 हजार 697 लोगों ने अपनी राय दी है।
देश में सीमा को लेकर युद्ध की स्थिति तय है
ज्यादातर पाठकों को लगता है कि देश में युद्ध की स्थिति तय है। चीन जिस तेवर में है, उससे लगता है कि वह इस बार आर-पार की लड़ाई करने के मूड में है, जबकि भारत ने भी अपनी तल्खी बनाई हुई है। इस बैठक में जिस तरह से की बातें दोनों रक्षा मंत्रियों के बीच हुई हैं, उससे तो यही महसूस होता है कि बहुत जल्द भारत को कोरोना के साथ-साथ अब चीनी सैनिकों से भी लड़ाई के लिए खुद को तैयार रखना होगा। वह कभी भी बड़े पैमाने पर हम पर वार करने की कूटनीतिक चाल चल सकता है। ज्यादातर पाठकों ने तो चीन की नीयत का ऐतिहासिक विश्लेषण करते हुए भारत को पूरी तरह से चाकचौबंद, सतर्क और हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने के लिए भी कहा है।
पाठकों ने बढ़चढ़कर लिया हिस्सा
इस सवाल के जवाब में पाठकों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया है। एक लाख 99 हजार 296 लोगों का मानना है कि युद्ध होना तय है। और हमें इस स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार रहना चाहिए। वहीं, महज 50 हजार 967 लोग मानते हैं कि चीन सिर्फ गीदड़भभकी दे रहा है और यह लड़ाई नहीं होगी। जल्द ही दोनों देशों के बीच सीमा विवाद हल कर लिया जाएगा और तनाव भी कम हो जाएगा। वहीं, अन्य लोग इस मामले में कुछ भी तय नहीं कर पा रहे। उनका कहना है कि चीन की मानसिकता और ताजा हालात को देखते हुए कुछ भी अंदेशा लगा पाना मुश्किल है। ऐसे में हम असमंजस की स्थिति में हैं और सहीसही आकलन लगा पाने में सक्षम नहीं हैं।
भारत सरकार से अपील
बहरहाल, हालात जैसे भी हों, यह तो तय है कि सीमा विवाद को लेकर भारत और चीन के बीच हालात कैसे होंगे, इसके लिए हमें कुछ इंतजार अवश्य करना होगा। हम अपने पाठकों की सोच का सम्मान करते हैं और भारत सरकार से यह अपील करना चाहते हैं कि किसी भी हालात के लिए हमारी पूरी तैयारी हो ताकि हमारे सैनिक पूरे जोशोखरोश से हालात का मुकाबला करने के लिए तैयार हों। साथ ही, हमारा कम से कम नुकसान हो और हालात पर काबू किया जा सके।