क्या आपने देखा है दूधिया रंग का दुर्लभ करैत सांप, इस मौसम में बिल से निकलता है बाहर

लगभग 300 सांपों का रेस्क्यू
काला करैत सैकड़ों जान का दुश्मन
अंबिकापुर : उत्तरी छत्तीसगढ़ के लोगों के होश उस वक्त उड़ गए जब उन्होंने रिहाइशी इलाके में जानलेवा और दुर्लभ सफेद करैत सांप को देखा। सालों से सांप को काला, गेंहूएं और हरे रंग में देख चुके लोग पहली बार सफेद करैत देख हैरान रह गए।
स्थानीय स्नैक कैचर के मुताबिक करैत प्रजाति का सांप छत्तीसगढ़ में अकसर देखने को नहीं मिलते और उसके मुताबिक यहां दूधिया करैत सांप पहली बार देखने को मिला है। आमतौर पर ये सांप मानसून में बिलों से बाहर निकलता है।
अंबिकापुर के स्नैक कैचर सत्यम कुमार द्विवेदी के मुताबिक उन्हें सूरजपुर जिले के जयनगर गांव के लोगों ने सफेद सांप की खबर दी तो वह तुरंत मौके पर पहुंच गए। बाद में उन्होंने उस दुर्लभ सफेद दूधिया करैत सांप का रेस्क्यू किया। पिछले कई वर्षों से सत्यम कुमार सांपों का रेस्क्यू करते रहे हैं और जहां से भी सांप को लेकर सूचना मिलती है तो वे वहां पहुंच जाते हैं।
लगभग 300 सांपों का रेस्क्यू
बताया गया कि सत्यम ने अभी तक लगभग 300 सांपों का रेस्क्यू किया है। हालांकि, इस सफेद करैत सांप का रेस्क्यू करना इतना आसान नहीं था, लेकिन सत्यम को कुएं के नीचे जाकर इस दूधिया करैत सांप को पकड़ते देखना काफी हैरान करने वाला था। । सत्यम ने बताया कि यह सर्प करैत प्रजाति का है। छत्तीसगढ़ में चित्ती सांप के नाम से जाना जाता है सफेद करैत
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में इस प्रजाति के सांप देखने को बहुत कम ही मिलते हैं। यह एल्बिनो करैत सर्प है जिसे गांव वाले चित्ती सांप कहते हैं। सफेद दूध की तरह दिखने वाला यह सांप भारत, बांग्लादेश और दक्षिणपूर्व एशिया में पाया जाता है। इंडियन करैत की औसत लंबाई तीन फुट होती है। अधिकतम लंबाई 1.75 5 फीट 9 इंच तक होती है। नर करैत की लंबाई अधिक होती है।
काला करैत सैकड़ों जान का दुश्मन
बता दें कि छत्तीसगढ़ में काले करैत से हर कोई परिचित नहीं है। हर वर्ष यह सांप सैकड़ों लोगों की जान लेता है। मानसून शुरू होने के साथ ही यह सांप बिल से निकलता है और जमीन पर सोने वालों को डस लेता है।