पीएम मोदी वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में लगवाएंगे टीका, सभी मुख्यमंत्रियों को भी लगेगी वैक्सीन

50 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्तियों को लगेगी वैक्सीन
पहले चरण में 7 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को लगा टीके
नई दिल्ली : देश में कोरोना टीकाकरण (Corona Vaccination) शुरू होने के बाद कहा जा रहा है कि नेता अब तक टीका क्यों नहीं ले रहे हैं? जबकि वे जनता के प्रतिनिधि हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Harsh Vardhan) ने तीन माह पहले कहा था कि टीका आने के बाद सबसे पहले वह इसका डोज लेंगे लेकिन 16 जनवरी को दिल्ली एम्स में उन्होंने टीका नहीं लगवाया।
अब खबर सामने आ रही है कि वैक्सीनेशन (Vaccination) के दूसरे चरण में प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और सभी मुख्यमंत्रियों को कोरोना टीका लगेगा। दूसरे चरण में 50 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाया जाएगा। बताया जाता है कि वैक्सीन को लेकर मुख्यमंत्रियों की बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि घबराने की जरुरत नहीं हैं दूसरे चरण में सभी को वैक्सीनेशन कर दिया जाएगा, जो भी 50 साल के ऊपर है। ऐसे में सभी सांसद और विधायक जो 50 साल के ऊपर है उनको दूसरे फेज में वैक्सीनेशन दिया जाएगा।
आप को बता दें कि देश में अभी कोरोना वैक्सीनेशन का पहला चरण चल रहा है। जिसके तहत करीब 7 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मियों को टीके का पहले डोज दिया चुका है। स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण के बाद दूसरा फेज शुरू होगा।
बताया जा रहा है कि दूसरे फेज में सेना, अर्धसैनिक बलों के जवानों और 50 साल के ऊपर के लोगों को टीका दिया जाएगा। हालांकि अभी क्लियर नहीं है कि दूसरा फेज कब से शुरू होगा। लेकिन दूसरे फेज की गाइडलाइन तय है। इस फेज में ही प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी समेत अधिकांश राज्यों के मुख्यमंत्रियों, राज्यपालों समेत वीवीआईपी को टीका लगेगा। क्योंकि सबकी उम्र 50 से अधिक है।
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केंद्र सरकार की ओर से बताया गया है कि किस सेशन में कौन सी वैक्सीन दी जानी है यह पूरी तरह से राज्य सरकार पर निर्भर है। अभी तक उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे राज्य हैं, जहां लक्ष्य को तेजी से पूरा किया जा रहा है। वहीं, दिल्ली, पंजाब समेत कई ऐसे राज्य हैं, जहां स्वास्थ्यकर्मी अभी टीका लगाने से बच रहे हैं। ऐसे कर्मियों की अब काउंसलिंग की जाएगी।
भारत में अबतक कोरोना वैक्सीन की दो वैक्सीन को मंजूरी मिली है, कोविशील्ड और कोवैक्सीन। इसके अलावा चार वैक्सीन पर काम चल रहा है और बीते दिन ही एक नेसल वैक्सीन के ट्रायल की मंजूरी मिली थी। अगर भारत में कोरोना वायरस के असर को देखा जाए तो अब ये कम होता जा रहा है। करीब आठ महीने के बाद मौत का आंकड़ा कम हुआ है।