‘शून्य आधारित समय-सारणी' लागू करेगा रेलवे, ट्रैवल टाइम में आएगी कमी

आधे से 6 घंटे कम होगा यात्रा का समय
ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने पर भी होगा विचार
50 प्रतिशत ट्रेनों का हो रहा है संचालन
नई दिल्ली : रेलवे बोर्ड के चेयरमैनल (Railways Board Chairman) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी के यादव (CEO VK Yadav)ने मंगलवार को कहा कि रेलवे की नई ‘शून्य आधारित समय-सारणी' (Zero Based Time Table) लागू होने पर लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रा का समय (Travel Time) औसतन आधे घंटे से लेकर छह घंटे तक कम हो जाएगा।
कोरोना वायरस आने से उत्पन्न हुए हालातों में स्थिरता आने के बाद रेलवे इस नई समय-सारणी को लागू करेगा। यह समय-सारणी इस आधार पर काम करेगी कि प्रत्येक ट्रेन की मौजूदगी और ठहराव उपलब्ध संसाधनों के इष्टतम और कुशल उपयोग के साथ परिवहन के लक्ष्यों के आधार पर उचित होना चाहिए।
संवाददाता सम्मेलन में दी जानकारी
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इसके पीछे विचार है कि खाली चल रहीं ट्रेनों में यात्रियों की संख्या बढ़ाई जाए और अत्यंत मांग वाली ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची को कम किया जाए। जब समय-सारणी प्रभाव में आएगी तो लंबी दूरी की ट्रेनों का यात्रा समय औसतन आधे घंटे से छह घंटे तक कम हो जाएगा। इस समय-सारणी के तहत ट्रेनों की गति भी बढ़ जाएगी।''
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उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेनों के किसी ठहराव को समाप्त नहीं किया जाएगा, बल्कि उन्हें केवल तर्कसंगत बनाया जाएगा। यादव ने कहा कि इस बात का पता लगाने के लिए ‘व्यावसायिक अध्ययन' हो रहे हैं कि किन ट्रेनों के कौन-कौन ठहराव को युक्तिसंगत बनाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना वायरस महामारी के कारण रेलवे इस समय अपनी कुल क्षमता की केवल 50 प्रतिशत रेलगाड़ियों का परिचालन कर रहा है।