जम्मू कश्मीर में फिर से धारा 370 की बहाली की चिदंबरम ने की पैरवी

कश्मीर में धारा 370 बहाली की पैरवी
पी चिदंबरम ने समर्थन में दिया बयान
नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने सनसनीखेज बयान देते हुए जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को फिर से बहाल करने की पैरवी की है। साथ ही चिदंबरम ने प्रस्वात दिया है कि धारा 370 की बहाली के लिए अहम सियासी दलों का गठजोड़ बने। चिदंबरम ने सलाह दी है कि कि केंद्र सरकार को अनुच्छेद 370 (Article 370) के विशेष प्रावधान हटाने संबंधी फैसलों को निरस्त करना चाहिए।
पूर्व गृह मंत्री ने इस बारे में ट्वीट किया, ‘जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख के लोगों के अधिकारों की बहाली के लिए संवैधानिक लड़ाई लड़ने के मकसद से वहां के मुख्यधारा के क्षेत्रीय दलों का साथ आना एक ऐसा घटनाक्रम है जिसका भारत के सभी लोगों को स्वागत करना चाहिए।’
जम्मू-कश्मीर की मुख्यधारा की क्षेत्रीय पार्टियों का जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों के अधिकारों को बहाल करने के लिए संवैधानिक लड़ाई लड़ने के लिए एक साथ आना एक ऐसा विकास है जिसका भारत के सभी लोगों द्वारा स्वागत किया जाना चाहिए।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 16, 2020
केंद्र सरकार को नजरिया बदलने की नसीहत
पी चिदंबरम ने अपने बयान में कहा कि केंद्र सरकार को जम्मू कश्मीर के लोगों को पृथकतावादी नजरिए से देखना बंद करना होगा। देश विरोधी होने का जम्म कश्मीर के लोगों पर तोहमत लगाने का चिदंबरम ने आरोप लगाया। चिदंबरम ने कहा, ‘कांग्रेस दर्जे और जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों की बहाली के लिए संकल्पबद्ध खड़ी है. सरकार को पांच अगस्त, 2019 को लिए गए मनमाने और असंवैधानिक फैसलों को निरस्त करना चाहिए।’
कांग्रेस जम्मू-कश्मीर के लोगों की स्थिति और अधिकारों की बहाली के लिए भी दृढ़ है।
मोदी सरकार द्वारा 5 अगस्त, 2019 को लिए गए मनमाने और असंवैधानिक फैसलों को रद्द किया जाना चाहिए।— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 16, 2020
जम्मू-कश्मीर को लेकर अहम सियासी दलों की बैठक
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में मुख्य धारा के राजनीतिक दलों ने गुरुवार को बैठक की और पूर्ववर्ती राज्य के विशेष दर्जे को बहाल करने पर जोर दिया। गठबंधन इस मुद्दे पर सभी बाकी पक्षों से भी बातचीत करेगा।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के घर पर हुई बैठक में पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन, पीपल्स मूवमेंट के नेता जावेद मीर और माकपा नेता मोहम्मद युसूफ तारिगामी ने हिस्सा लिया। इस गठबंधन को लगता है अब कांग्रेस का भी समर्थन हासिल हुआ है जो इनके लिये किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं। कम से कम चिदंबरम के सपोर्ट में आने के बाद कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व को इस बारे में अपना मंतव्य देना ही होगा।