दिल्ली सीएम पर भड़के सांसद मनोज तिवारी, कहा- कमाल के नमक हराम हैं केजरीवाल

नई दिल्ली : राजनीति में नेताओं का एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर राजनीति में आम बात है। लेकिन इसी दौरान कई नेता बदजुबानी पर उतर आते हैं। बिना किसी परवाह के, कई नेता मुंह खोलते और बेतुकी बात करते हैं। अब दिल्ली सरकार के छठ पूजा आयोजन को लिए फैसले के बाद उत्तर पूर्वी दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने सीएम केजरीवाल को नमकहराम कह दिया। जिसके बाद से नेताओं में बयानबाजी शुरू हो गई है।
बीजेपी सासंद मनोज तिवारी ने ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से इसी तरह का बयान दिया है। बयान में दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को नमकहराम कहा गया है। इस ट्वीट को सांसद मनोज तिवारी ने अपने ट्वीटर अकाउंट से भी रिट्वीट किया है।
ट्वीट में लिखा गया कि 'कमाल के नमकहराम हैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल। कोविड के सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन कर आप छठ नहीं करने देंगे और गाइडलाइन सेंटर से मांगने का झूठा ड्रामा अपने लोगों से करवाते है। तो बताए, ये 24 घंटे शराब परोसने के लिए परमिशन कौन से गाइडलाइन को फॉलो कर ली थी, बोलो सीएम'
कमाल के नमकहराम मुख्यमंत्री @ArvindKejriwal हैं.. COVID के social distancing नियमो का पालन कर आप छठ नही करने देंगे और guidelines सेंटर से माँगने का झूठा ड्रामा अपने लोगों से करवाते है..तो बताए,ये 24 घंटे शराब परोसने के लिए permission कौन से guidelines को फ़ॉलो कर ली थी, बोलो CM pic.twitter.com/vHlTEQb7te
— Office Of Manoj Tiwari (@ManojTiwariOffc) November 18, 2020
ट्वीट के साथ दो खबरों को साझा किया गया है। जिनमें जानकारी दी गई है कि दिल्ली सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में रेस्ट्रों और बार को 24 घंटे खोलने की परमिशन दे दी है।
दरअसल दिल्ली सरकार ने राजधानी में कोविड-19 नियमों के मद्देनजर सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगा दी है। इस आदेश को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की गई थी, लेकिन कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार का साथ देते हुए आदेश को रोकने से मना कर दिया है। इस फैसले के बाद से दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई है।
सार्वजनिक जगहों पर छठ पूजा ना करने का आदेश
कोर्ट का कहना है कि छठ पूजा आयोजन की अनुमति देना कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से फैलने का कारण साबित हो सकता है। कोर्ट ने दिल्ली सरकार की ओर से सार्वजनिक स्थलों, तालाबों, नदी तटों और बाकी स्थलों पर छठ पूजा के आयोजन पर लगाए गए प्रतिबंध में हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया।
दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव ने 11 नवंबर को जारी आदेश में कहा था कि सार्वजनिक जगहों, नदी के किनारे घाटों, मंदिरों आदि जगहों पर छठ पूजा मनाने की अनुमति इस साल छठ महापर्व पर नहीं होगी।
'योगी, खट्टर और विजय रूपानी को भी "नमकहराम" कहेंगे?'
सांसद मनोज तिवारी के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर नेताओं के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है। इस पर दिल्ली आम आदमी पार्टी के नेता दु्र्गेश पाठक ने मनोज तिवारी के शब्दों को नीच बताया, तो वहीं पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने तिवारी को बेशर्म कहकर हाईकोर्ट का बयान सुनने की सलाह दी।
दुर्गेश पाठक ने ट्वीट कर जवाबी हमला करते हुए लिखा कि गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाया गया है। मनोज तिवारी क्या योगी, खट्टर और विजय रूपानी को भी "नमकहराम" कहेंगे? शर्म आती है जब किसी सांसद द्वारा ऐसे नीच शब्दों का प्रयोग किया जाता है।
गुजरात, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी छठ पूजा पर प्रतिबंध लगाया गया है। मनोज तिवारी क्या योगी, खट्टर और विजय रूपानी को भी "नमकहराम" कहेंगे?
शर्म आती है जब किसी सांसद द्वारा ऐसे नीच शब्दों का प्रयोग किया जाता है। https://t.co/sbj0ypNJNJ
— Durgesh Pathak (@ipathak25) November 18, 2020
'दिल्ली हाईकोर्ट का बयान सुनो बेशर्म तिवारी जी'
इसके साथ ही विधायक नरेश बाल्यान ने कहा कि कमाल के बीमारी हो तिवारी। छठ पूजा पर रोक हरियाणा सरकार ने भी लगाई है,और वहाँ भाजपा सरकार है, इतनी बेशर्मी से बयान देते आपको शर्म नही आती? आपका क्या? आप सांसद है, आपके लिए AC स्टार हॉस्पिटल है, पर आम लोगो का क्या होगा? दिल्ली हाईकोर्ट का बयान सुनो बेशर्म तिवारी जी।"
कमाल के बीमारी हो तिवारी। छठ पूजा पर रोक हरियाणा सरकार ने भी लगाई है,और वहाँ भाजपा सरकार है, इतनी बेशर्मी से बयान देते आपको शर्म नही आती? आपका क्या? आप सांसद है, आपके लिए AC स्टार हॉस्पिटल है, पर आम लोगो का क्या होगा? दिल्ली हाईकोर्ट का बयान सुनो बेशर्म तिवारी जी#ShameOnTiwari https://t.co/cQzYDk1B7p
— MLA Naresh Balyan (@AAPNareshBalyan) November 18, 2020
वहीं गोरखपुर से बीजेपी सांसद रवि किशन ने भी मनोज तिवारी का साथ देते हुए दिल्ली सीएम केजरीवाल पर सवाल उठाया। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि छठ पूजा पर प्रतिबंध लगा कर सीएम केजरीवाल जी ने दिल्ली में रहने वाले हमारे पूर्वांचल/बिहार के लाखों भाइयों-बहनों की आस्था को ठेस पहुंचाई है। मैं जानता हूं आपके लिए छठी मैया की शक्ति,और हम लोगो की आस्था का कोई महत्व नहीं, फिर भी दुःखी मन से पूछता हूं ये आपकी कैसी राजनीति??
छठ पूजा पर प्रतिबंध लगा कर CM @ArvindKejriwal जी ने दिल्ली में रहने वाले हमारे पूर्वांचल/बिहार के लाखों भाइयों-बहनों की आस्था को ठेस पहुंचाई है।
मैं जानता हूं आपके लिए छठी मैया की शक्ति,और हम लोगो की आस्था का कोई महत्व नहीं, फिर भी दुःखी मन से पूछता हूं ये आपकी कैसी राजनीति ?? pic.twitter.com/fXpT29SIAU— Ravi Kishan (@ravikishann) November 18, 2020
गोवा स्वास्थ्य मंत्री- आप सरकार बढ़ते कोरोना मामलों के लिए जिम्मेदार
दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों के मद्देनजर केजरीवाल सरकार ने सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा के आयोजन पर रोक लगाई है। वहीं गोवा के स्वास्थ्य मंत्री ने आप सरकार की स्वास्थ्य प्रणाली को खराब और घटिया बताया है। गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि कोविड-19 मामले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में खराब स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली और घटिया एसओपी के कारण बढ़ रहे हैं।
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री की ओर से लगाए गए आरोप से एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी के विधायक और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने दिल्ली और गोवा के बीच बिजली दरों की तुलना करते हुए गोवा के बिजली मंत्री नीलेश सेबरल को जमकर घेरा था। इसके साथ ही चड्ढा ने बिजली मंत्री को सार्वजनिक बहस (डिबेट) के लिए भी चुनौती दे डाली थी।
दिल्ली में कोरोना मामले बढ़े
राणे ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, "राघव चड्ढा से पूछें, अगर दिल्ली में स्वास्थ्य प्रणाली बहुत अच्छी है, तो दिल्ली में मामले क्यों बढ़ रहे हैं। क्या आपके पास दिल्ली में मामलों में हो रही बढ़ोतरी पर कोई जवाब है?" इसके साथ ही राणे ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार को घेरते हुए कहा कि उनके पास सही एसओपी नहीं है।
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यहां सभी कोविड-19 रोगियों के लिए मुफ्त चिकित्सा की पेशकश की गई है। गोवा में पिछले एक सप्ताह से कोविड-19 मामलों में गिरावट देखी जा रही है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी में मंगलवार को 6,396 संक्रमण के मामलों के साथ कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देखी गई है।