जहर देने के 32 दिन बाद अस्पताल से लौटे रूसी नेता एलेक्स नवलिनी, जानिए, क्या की है मांग?

रूस में इलाज नहीं करवाना चाहते थे समर्थक
एयरपोर्ट या होटल रूम में दिया था जहर
शारीरिक संपर्क के माध्यम से पोइजनिंग की संभावना
नई दिल्ली: रूस में विपक्ष के नेता एलेक्स नवलिनी आखिरकार 32 दिन बाद अस्पताल से लौट आए हैं। पुतिन के आलोचक नवलिनी मौत के मुंह से बचकर निकल आए हैं।
खतरनाक जहर दिया गया था
इस रूसी नेता को एयरपोर्ट पर नोविचोक नर्व एजेंट नामक खतरनाक जहर दिया गया था, जिसके बाद से ही वे अस्पताल में भर्ती थे। पहले कुछ दिन वे कोमा में रहे, इसके बाद वे कोमा से बाहर आ गए।
एयरपोर्ट या होटल रूम में दिया था जहर
हाल ही में उनकी टीम की ओर से खुलासा किया गया था कि उन्हें जहर एयरपोर्ट पर नहीं, बल्कि होटल रूम में दिया गया था। उनकी टीम ने होटल रूम से एक पानी की बोतल को भी बरामद किया था।
रूस में इलाज नहीं करवाना चाहते थे समर्थक
उन्हें जहर दिए जाने के बाद उनके समर्थक रूस में इलाज को खतरा बताते हुए वहां ट्रीटमेंट न कराने पर अड़ गए थे। इसलिए उन्हें जर्मनी के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। 20 अगस्त को वे साइबेरिया से मॉस्को जाते हुए बीमार पड़ गए थे। जर्मनी के डॉक्टर्स और वेस्टर्न लैबोरेट्रीज ने उनके शरीर में नोविचोक नर्व एजेंट की पुष्टि की थी।
मेरे शरीर में नोविचोक जहर की मौजूदगी की पुष्टि की
नवलिनी के बारे में जर्मन हॉस्पिटल का कहना है कि अब वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं और रिकवर हो चुके हैं। अस्पताल से लौटने के बाद नवलिनी ने ब्लॉग लिखकर कहा, फ्रांस और स्वीडन की दो स्वतंत्र प्रयोगशालाओं और बुंडेसवेहर विशेष प्रयोगशाला ने मेरे शरीर में नोविचोक जहर की मौजूदगी की पुष्टि की है। नवलिनी ने अपने कपड़े वापस करने की भी मांग की है, जिसे रूसी अधिकारियों ने अस्पताल में भर्ती होने के बाद उतार लिया था और इलाज के लिए जर्मनी ले गए।
शारीरिक संपर्क के माध्यम से पोइजनिंग की संभावना
उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा है कि ये कपड़े "महत्वपूर्ण सबूत" हैं। नवलिनी ने कहा, "इस बात को ध्यान में रखते हुए कि नोविचोक जहर मेरे शरीर में पाया गया था और शारीरिक संपर्क के माध्यम से पोइजनिंग की काफी संभावना है। मेरे कपड़े सबूत का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। मैं मांग करता हूं कि मेरे कपड़े सावधानी से प्लास्टिक की थैली में पैक किए जाएं और मुझे वापस दिए जाएं।
जर्मनी कर रहा केस की जांच
हाल ही में जर्मनी की विदेश मंत्री ने कहा है कि रासायनिक शस्त्र निषेध संगठन (OPCW) नवलिनी के केस की जांच कर रहा है। विदेश मंत्री ने कहा कि नवलिनी की टीम ने जांच करते हुए पाया है कि उन्हें एयरपोर्ट पर नहीं, बल्कि होटल के रूम में पानी की बोतल के जरिए जहर दिया गया। इन सभी तथ्यों की भी जांच की जाएगी।