क्या होता है क्वॉरेंटाइन ? कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय- आप भी जानिये

कोरोना से बचाव कैसे करें ?
खुद को क्वॉरेंटाइन कैसे करें
सतर्कता से ही होगा बचाव
कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर या फिर इस बात का शक करने पर कि कहीं कोरोना वायरस से संक्रमण तो नहीं हो गया इस बात को ध्यान में रखते हुये लोगों को आइसोलेशन वॉर्ड में रखा जा रहा है। वहीं संक्रमित होने पर उन्हे क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है। आपके दिमाग में भी आइसोलेश और क्वॉरेंटाइन को लेकर जिज्ञासा जरूर उठ रही होगी। तो आइये समझते हैं इसे
क्या होता है क्वॉरेंटाइन ?
क्वॉरेंटाइन शब्द को स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी में शामिल किया गया है। क्वॉरेंटाइन का अर्थ घर, अस्पताल, फार्म हाउस, होटल, जैसी जगहों पर व्यक्ति को आइसोलेट कर देना होता है। जिससे शख्स लोगों के संपर्क में नहीं आए। इस दौरान मरीज को १४ दिनों तक आने जाने या फिर किसी और से संपर्क करने से रोका जाता है।
कैसे करे खुद को क्वॉरेंटाइन ?
मौजूदा दौर में दुनिया भर में कोरोना वायरस के खौफ ने लोगों को अपनी चपेट में ले रखा है। तो वहीं लगातार लोग कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद काल के गाल में समा जा रहे हैं। लोगों में जबरदस्त दहशत व्याप्त है। ऐसे में अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गये है। जहां मरीज को कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर रखा जा रहा है। ।अगर किसी व्यक्ति को जरा भी शक है कि वह कोरोना संक्रमित है या फिर वह कोरोना संक्रमित हो सकता है, तो ऐसी स्थिति में वह खुद को घर , होटल या फिर फार्म हाउस जैसी जगहों पर खुद को क्वॉरेंटाइन कर सकता है। मरीज की रिपोर्ट निगेटिव या फिर पॉजिटिव आने पर आगे का निर्णय लिया जाता है। वहीं सरकार ने भी लोगों से आग्रह किया है कि यदि कोई किसी ऐसे देश से आ रहा है जहां कोरोना संक्रमण फैला है तो उसे खुद को क्वॉरेंटाइन कर लेना चाहिये ।
क्या है सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन्स ?
खुद को खुले हवादार कमरे में रखें ।
कमरे से ही सटा हुआ वाशरूम होना चाहिये।
घर के लोगों से दूरी बना कर रखें।
बच्चों, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं के संपर्क में न आएं।
सामूहिक कार्यक्रमों से दूरी बना कर रखें।
घर में चहल पहल या फिर भीड़भाड़ नहीं होनी चाहिये।
हर आधे घंटे पर अपना हाथ साबुन या फिर सेनेटाइजर से साफ करें।
खुद के कपड़े, बर्तन या फिर पानी का ग्लास दूसरों को इस्तेमाल न करने दें।
इस्तेमाल किये हुये मास्क को दोबारा प्रयोग नहीं करें।
अगर खांसी और बुखार आए तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क साधे
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देखा जाये तो दुनिया भर में फैली इस महामारी से निपटने के लिये इससे बेहतर कोई दूसरा उपाय भी नहीं है। क्यों कि कोरोना का अभी तक कोई भी इलाज दुनिया भर में नहीं खोजा जा सका है। ऐसे में खुद को अलग-थलग रख कर, ही इस समस्या से निपटा जा सकता है।