आई फॉरगॉट डे- एक ऐसा दिन जब आप सुधार सकते हैं अपनी भूल

आई फॉरगॉट डे
अपनी भूल सुधारने का दिन
हर साल 2 जुलाई को मनाया जाता है ये दिन
आई फॉरगॉट डे : अगर आप चीजो को भूल जाते हैं, लोगों को उनके बर्थडे पर विश करना भूल जाते हैं और बाद में अफसोस करते हैं कि ओह मैं उस व्यक्ति के जन्म दिन पर विश नहीं कर पाया । वह व्यक्ति मेरे लिये कितना महत्वपूर्ण है । तो ये मान लीजिए कि आप सामान्य व्यक्ति हैं । भूलना इंसान की सामान्य प्रकिया के तहत आता है ।
अक्सर ऐसा होता है कि आप कई महत्वपूर्ण ईवेंट को भूल जाते हैं। लोगों की शादियों में जाना भूल जाते हैं । हांला कि कई लोग याद रखने के लिये नोट लिख कर रखा करते हैं कि फला दिन उन्हे ये करना है, बावजूद इसके वो उस महत्वपूर्ण काम को भूल जाते हैं । तो मान लीजिये भूलना एक सामान्य प्रकिया है । इसमें आत्मग्लानि से भरने की कोई जरूरत नहीं है । आज की व्यस्ततम जिंदगी में सब कुछ याद रख पाना संभव भी नहीं है ।
कैसे हुई आई फॉरगॉट डे की शुरआत ?
तो ऐसे भुलक्कड़ लोगों के लिये एक दिन तय किया गया है। इस दिन को आई फॉरगाट डे के नाम से जाना जाता है । ये खास दिन पूरी दुनिया में 2 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन की स्थापना आईएन से गे एंडरसन ने की थी । उन्होने अपने जीवन से जुड़ी कुछ घटनाओं के चलते इस दिन की स्थापना की थी । आईएन से गे एंडरसन अक्सर चीजों को भूल जाया करती थीं । उन्होने ने तनाव ग्रस्त होने के बजाय इस दिन यानी 'आई फॉरगॉट डे' दिन की स्थापना की और अपने जीवन में जो कुछ भी हो रहा था उसे घटने दिया ।
1990 के दशक के अंत का समय था, उस समय, वह ग्रेंजर, इंडियाना में डेवनपोर्ट विश्वविद्यालय की शाखा में काम में बेहद व्यस्त थीं और अपनी बेटी के जन्मदिन और सालगिरह के साथ-साथ अपनी शादी की सालगिरह के बारे में भी भूल गईं। उन्होने कहा कि यह दिन उन खास घटनाओं के लिए है जिन्हे हम भूल चुके हैं । तो पहली बार एंडरसन और उनके छात्रों ने यह दिन मनाया और एक पार्टी भी आयोजित की ।
क्यों खास है आई फॉरगॉट डे ?
ये वो खास दिन है, जो आपके लिये बेहद अहम हो सकता है और आप अपने भूल जाने के अफसोस से निजात पा सकते हैं । ये वो खास दिन है, जब आप उन लोगों से मिल कर उन्हे अपने दिल की बात कह सकते हैं । चूंकि यह दिन बनाया ही इसी लिये गया है, तो फिर जब आप उस शख्स से मिलकर अपनी भावना का इजहार करेंगे तो वो बुरा नहीं मानेगा। इसके साथ ही दोनों तरफ से निगेटिविटी खत्म हो जाएगी और दोनों ही लोगों में नई ऊर्जा का संचार हो सकेगा ।इसके साथ ही आपके दिल से बहुत बड़ा बोझ उतर जाएगा । जिसे आपने अपने दिलों दिमाग में महीनों से बैठा रखा था और कुंठित हो रहे थे । इस दिन आप उन लोगों को मैसेज भेज कर माफी मांग सकते हैं जो आप भूल गये थे, निश्चित ही वह शख्स आपको माफ कर देगा ।
अपनी भूल पर मंथन का दिन है आई फॉरगॉट डे
वही ये दिन इस मायने में भी खास है, कि आप इस दिन बैठ कर अपने आप पर मंथन कर सकते हैं । अगर आप बहुत सारी चीजों को भूल जाते हैं, तो आप सोच सकते हैं कि आखिर क्या वजह है कि आप चीजों को भूल रहे हैं । इस दिन आप उन चीजों की सूची बना सकते हैं जो आप भूल जाते हैं । जब आप बार-बार उस सूची को देखेंगे तो आप को वो चीजे हमेशा के लिये याद हो जाएंगी और आप उन्हे नहीं भूलेंगे ।
भुलक्कड़ लोगों को मिलेगी 'आई फॉरगॉट डे; से खास मदद
इस दिन को भुलक्कड़ लोगों की मदद करने के लिये बनाया गया है । जिससे उनका आत्मविश्वास बना रहे और वो कुंठा से बाहर निकल आएं । ये वो खास दिन है जब भुलक्कड़ लोग अपने भविष्य की योजनाओं पर काम कर सकते हैं। इसके साथ ही पीछे बीती हुई चीजों को फिर से सजों सकते हैं । ये वो दिन है जब आप अपनी विस्मृति को को खत्म कर सकते हैं । इस दिन आप अपने कैलेंडर को तैयार कर उस पर काम कर सकते हैं जिससे भविष्य में वो चीजों को नहीं भूलें ।
क्यों भूलते हैं हम, और कैसे पाएं निजात ?
भूलने की बहुत सी वजहें हो सकती हैं, लेकिन इस बीमारी में तनाव की अहम भूमिका होती है । ज्यादा तनाव के चलते हम बहुत सी चीजों पर ध्यान देना छोड़ देते हैं । वहीं इस दौरान खाने और पीने पर भी ठीक से ध्यान नहीं देते है । जिसके चलते भूलने की प्रक्रिया चोर दरवाजे से हमारे दिमाग में प्रवेश कर जाती है। तो बेहतर रहेगा कि आप खुद को तनाव मुक्त रखे और भूलने की इस समस्या से बचे रहें ।
तो आप इस दिन को को रचनात्मक तरीके से मना सकते हैं । अपनी खुद की योजनाएं बनाइए और उन पर गंभीरता से काम करिए । इसके लिये आपको खुद तय करना होगा कि इस दिन को कैसे मनाया जाए। इस दिन को मजेदार और रोमांचक बनाने के तरीकों को आप खुद से इजाद कर सकते हैं ।
-विमल श्रीवास्तव