चंद्रबाबू के शासनकाल में अमरावती में सभी इमारतें अस्थायी : सोमू वीरराजू

चंद्रबाबू के शासनकाल के दौरान अमरावती राजधानी में सभी इमारतें अस्थायी
चंद्रबाबू ने 7,200 करोड़ रुपये खर्च करके एक भी स्थायी इमारत नहीं बना पाये
विजयवाड़ा : आंध्र प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सोमू वीरराजू ने विपक्ष के नेता चंद्रबाबू नायडू की अमरावती राजधानी मुद्दे पर कड़ी आलोचना की। सोमू वीरराजू ने शनिवार को मीडिया से कहा कि चंद्रबाबू के शासनकाल के दौरान अमरावती राजधानी में सभी इमारतें अस्थायी थे।
उन्होंने आगे कहा कि चंद्रबाबू ने 7,200 करोड़ रुपये खर्च करके एक भी स्थायी इमारत नहीं बना पाये हैं। हर विभागों में घोटाला का बोलबाला रहा है। पोलारम परियोजना टीडीपी के लिए दूध देने वाली भैंस साबित हो गई थी।
उन्होंने यह भी कहा कि टीडीपी सरकार ने अमरावती राजधानी के लिए हजारों एकड़ जमीन संग्रहित करके किसानों को बर्बाद कर दिया है। इतना ही नहीं चंद्रबाबू ने रोजगार योजना को दरकिनार करके करोड़ों रुपये स्वाह कर गये हैं।
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दूसरी ओर मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी (YS Jagan Mohan Reddy) ने मत्स्य उत्पादन क्षेत्र में विकास की गति तेज की है। उन्होंने मत्स्य उत्पादन को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने पर जोर दिया है। विश्व मत्स्य दिवस (World Fisheries Day) पर सीएम मछुआरों को मौलिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में कारगर कदम उठाया है। उन्होंने प्रदेश में चार शिपिंग हार्बर बनाने के कार्य का शुभारंभ किया है। वर्च्युअल तरीके से सीएम ने निर्माणाधीन शिपिंग हार्बरों का शिलान्यास किया।
सीएम ने बताया कि प्रदेश के चार जिलों नेल्लोर के जुव्वलादिन्ने, पूर्वी गोदावरी जिले के उप्पाडा, गुंटूर के निजामपटणम और कृष्णा जिले के मछलीपटणम में शिपिंग हार्बर का निर्माण होगा। अधिकारियों ने निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारियां पूरी कर ली है। निर्माण के अंतर्गत 25 एक्वा हब बनाये जाएंगे।
वाईएस जगन ने कहा कि मछली आखेट के दौरान पाबंदी लगने से परिवार को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस देखते हुए सरकार ने हर एक परिवार को 10 हजार रुपये आर्थिक सहायता दी। तटीय क्षेत्र के लगभग 2, 337 परिवारों को सरकार की ओर से सहायता उपलब्ध कराई गई। साथ ही डीजल सब्सिडी को 6 से बढ़ाकर 9 हजार रुपये कर दिया।