आंध्र प्रदेश : वेलिगोंडा परियोजना का पहले सुरंग का काम पूरा, मंत्री ने अधिकारियों को दी बधाई

11 बाढ़ प्रभावित गांवों के 7,555 विस्थापित परिवारों के पुनर्वास के लिए 1,411.56 करोड़ मंजूर
नल्लमला जंगल में हुई भारी बारिश के कारण सूरंग की खुदाई में अड़चनें उत्पन्न हुई थी
प्रदेश में मार्च से जुलाई तक लागू किये गये लॉकडाउन के दौरान भी इस सुरंग का काम जारी
अमरावती : वेलिगोंडा परियोजना (Veligonda Project) के पहले सुरंग का काम पूरा हो गया है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के सत्ता में आने के बाद वेलिगोंडा परियोजना के इस सुरंग का काम नवंबर 2019 से शुरू हुआ और 13 जनवरी 2021 को पूरा किया गया है। इस सुरंग की दूरी 3.6 किलोमीटर है। प्रदेश में मार्च से जुलाई तक लागू किये गये लॉकडाउन के दौरान भी इस सुरंग का काम जारी रहा।
बीते साल जून से नवंबर तक कर्नूल जिले के नल्लमला जंगल (Nallamala Forest) में हुई भारी बारिश के कारण सुरंग की खुदाई में अड़चनें उत्पन्न हुई थी। फिर भी हर दिन 9.23 मीटर तक खुदाई करके सुरंग को पूरा किया गया।
आपको बता दें कि टीडीपी के शासनकाल में वेलिगोंडा परियोजना के पहले सुरंग को 8 जून 2014 से 29 मई 2019 तक केवल 600 मिटर की खुदवाई की गई थी। यानी हर दिन 0.32 मीटर तक खुदवाई की गई। तब टीडीपी ने आश्वासन दिया था कि साल 2016 तक पहले सुरंग को पूरा किया जाएगा।
मगर टीडीपी ने नियमों के विरुद्ध और कमीशन के लालच में मरम्मत के नाम पर 66.44 करोड़ रुपये का ठेका दिया था। इसके बाद सत्ता में आई वाईएसआरसीपी की सरकार ने रिवर्स टेंडर के जरिए 61.76 करोड़ रुपये की बचत की और समय से पहले ही पहले सुरंग के काम को पूरा किया।
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इसी क्रम में अब परियोजना के दूसरे सुरंग का काम भी तेजी से जारी है। सरकार ने नल्लमला सागर के 11 बाढ़ प्रभावित गांवों के 7,555 विस्थापित परिवारों के पुनर्वास के लिए 1,411.56 करोड़ रुपये मंजूर किये। पुनर्वास कॉलोनियों के निर्माण में भी तेजी लाई गई हैं। सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने श्रीशैलम को बाढ़ आने से पहले नल्लमला सागर के विस्थापितों को पुनर्वास के लिए आवश्यक कदम उठाने का अधिकारियों को निर्देश दिया है। इसके चलते इसका कार्य तेजी से जारी है।
इस संदर्भ में मंत्री पी अनिल कुमार यादव ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों और ठेकेदार मेघा को रिकॉर्ड समय में सुरंग को पूरा करने के लिए बधाई दी है। मंत्री ने जल संसाधन सचिव जे श्यामला राव, ईएनसी सी नारायण रेड्डी और सीई जलंधर को बुधवार रात को फोन किया और समय से पहले सुरंग का काम पूरा करने के लिए बधाई दी। साथ ही दूसरे सुरंग के कार्य को युद्धस्तर पर पूरा करने का सुझाव दिया गया।