चक्रवाती तूफान का आंध्र प्रदेश पर खासा असर, 164 जगहों पर 60 MM से ज्यादा बारिश

वाईएसआर कडपा : चक्रवाती तूफान निवार से प्रभावित जिलों में प्रशासन अलर्ट पर है। वाईएसआर कडपा, चित्तूर, नेल्लोर, पूर्वी गोदावरी और प्रकाशम जिलों में भारी बारिश हो रही है। वाईएसआर जिले के सीके दिन्ने मंडल के बुग्गवंका प्रोजेक्ट के चारों गेट खोलकर निचले क्षेत्र को करीब तीन हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। जिले के ओंटिमिट्टा तालाब करीब 10 साल बाद पानी से लबालब है।
रायचोटी-रायवरम सड़क मार्ग पर स्थित सद्दीगोल्लवंका के पास बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पुलिस ने रास्ता बंद कर दिया है। रायचोटी में झोपड़ियों और मिट्टी से बने मकानों में रह रहे लोगों को को खाली करवा कर उन्हें अस्थाई पुनरावस केंद्रों में स्थानांतरित किया गया है। जिले में सर्वाधिक बारिश संबेपल्ली जिले में 144 मिली मीटर बारिश दर्ज हुई है। दुद्याल शेट्टीपल्ले, गुन्नीकुंट्ला, देवलमपेट में तूफान के असर से बिजली के खंबे गिर गए हैं और झोपड़ियां नष्ट हो गई हैं।
जम्मलमडुगु निर्वाचन क्षेत्र में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है और तेज हवाएं चलने के कारण अधिकांश गांवों में बिजली आपूर्ति ठप्प हो गई है। राजमपेट मंडल के उटुकूरू में कडपा-तिरुपति राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाढ़ का पानी जमा होने से आवाजाही पुरी तरह बंद हो गई है।
चित्तूर जिले में तूफान के प्रभाव से लगातार हो रही भारी बारिश के कारण तिरुमला में जलाशय पानी से भर गए हैं। पाप विनाशम, अकाश गंगा, गोगर्बम, कैपी डैम के गेट खोल दिए गए हैं। पश्चिमी गोदावरी जिले में भी तूफान का असर देखने को मिल रहा है। जिले के ज्यादातर हिस्सों में मूसलाधार बारिश हो रही है और हजारों एकड़ में फसलें पानी में डूब गई हैं।
पूर्वी गोदावरी जिले के पीठापुरम मंडल के सूराडपेट के पास समुद्री लहरों की वजह से समुंदर करीब 100 तक आगे आ गया, जिससे वहां बनी दो झोपड़ियों और एक मंदिर पूरी तरह से नष्ट हो गए। प्रकाशम जिले के चीराला मंडल स्थित वाडरेवु के मछुआरों को अधिकारियों ने सुरक्षित जगह पर शिफ्ट कर दिया है और चीराला में लगातार बारिश हो रही है। अधिकारियों ने बंदरगाह पर तीसरे नंबर की चेतावनी भी जारी कर दी है।
164 जगहों पर 60 मीटर से ज्यादा बारिश
चक्रवाती तूफान 'निवार' ने पूरे आंध्रप्रदेश में तबाही मचाई। साथ ही राज्य में 164 जगहों पर गुरुवार सुबह तक पिछले 24 घंटों में 60 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, नेल्लोर जिले में 5 जगहों - एपीएफटी कॉलोनी (302.7 मिमी), बोग्गुलामित्त वार्ड (272.7 मिमी), एमपीपी स्कूल (264 मिमी), समर स्टोरेज टैंक (242.7 मिमी) और थाटीपरी (239.5 मिमी) में सबसे ज्यादा बारिश हुई।
चित्तूर के जिला कलेक्टर नारायण भरत गुप्ता ने कहा, "बुधवार को जिले में औसतन 8.6 सेमी बारिश हुई। वरदयैपलेम, येरपेडु, श्रीकालहस्ती, सत्यवेदु, नागुलपुरम, विजयपुरम और नारायणवनम मंडल में 12 सेमी से ज्यादा बारिश हुई।" भारी बाढ़ के कारण प्रमुख जलाशयों के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। कलेक्टर ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा कि लोगों को पानी का प्रवाह कम होने तक सड़कें पार नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "हमारा आग्रह है कि जब तक स्थिति बेहतर नहीं हो जाती, एक या दो दिन के लिए घर में ही रहें, सुरक्षित रहें।"
निवार के चलते पश्चिम गोदावरी जिले के अधिकांश हिस्सों में बुधवार की रात से बारिश हो रही है। बुधवार की रात 9 बजे से भीमावरम और इसके आसपास के कई गांवों में जैसे सीसली, बोंडाडा, कल्ला, कल्लाकुरु, डोडदानपुड़ी, चिन्नापुल्लेरू आदि में लगातार बारिश हो रही है।
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पश्चिम गोदावरी जिले के वाईएसआरसीपी नेता तल्लुरि राज कुमार ने कहा, "अभी गुरुवार दोपहर के 12.30 बजे हैं और अभी भी बारिश हो रही है। सर्दियों के मौसम में यहां बारिश होना बहुत असामान्य है। 2-3 दिनों तक लगातार बारिश होना झींगा के लिए ठीक नहीं है।" यहां हजारों एक्वाकल्चर किसान राज्य के इस हिस्से में झींगा पालते हैं। खराब मौसम के कारण वे चिंतित हैं। इसके अलावा धान उपजाने वाले हजारों किसान भी निवार तूफान से परेशान हुए हैं।