राजनीतिक फायदे के लिए मंदिरों और पुलिस के खिलाफ किया जा रहा गलत प्रचार : डीजीपी सवांग

सोशल मीडिया पर मंदिरों और पुलिस के खिलाफ हो रहा गलत प्रचार
पिछले साल पुलिस ने किया था नई चुनौतियों का सामना
विजयवाड़ा :आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के डीजीपी गौतम सवांग (Gautam Sawang) ने कहा कि प्रदेश में कानून और शांति व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है। पुलिस को किसी जाति-समुदाय से कोई मतभेद नहीं होता है। पुलिस ने हमेशा लोगों की सुरक्षा को लेकर ही कार्य किया है। कुछ राजनीतिक और असामाजिक तत्व पुलिस के सोशल मीडिया (Social Media) पर गलत प्रचार कर रहे हैं। साथ ही मंदिरों में हमलों के बारे में भी लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
डीजीपी ने कहा कि पुलिस किसी राजनीतिक नेता या मतों के पक्ष में काम नहीं करती। वह कानून व्यवस्था बनाये रखने पर अधिक ध्यान देती है। कुछ लोग राजनीतिक लाभ के लिए जानबूझकर पुलिस पर गलत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले साल पुलिस को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा। कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान सभी लोग अपने-अपने घरों में थे तो पुलिस दिन-रात सड़क पर लोगों की सेवा में लगी रही । लोगों की सुरक्षा करती रही। इस दौरान 109 पुलिस कर्मचारियों ने अपनी जान गंवाई।
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गौतम सवांग ने कहा कि तीन महीने पहले रामतीर्थम के मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के बारे में कहा गया। मुख्य मंदिर में अतिरिक्त 16 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं। पहाड़ी पर मौजूद मंदिर में बिजली आपूर्ति की सुविधा नहीं होने से सीसीटीवी कैमरे नहीं लगाये गये। अगले दो दिनों में पहाड़ी पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की सोच ही रहे थे कि असामाजिक तत्वों ने मंदिर में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि 5 सितंबर से अब तक 180 मामले दर्ज हुए हैं और 347 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सरकार प्रदेश में जिला स्तर पर धार्मिक सद्भभावना समितियां बनाई जा रही हैं। पुलिस थाना क्षेत्र में भी समितियां बनाने को लेकर कार्रवाई की जा रही है।