107 दिन बाद तिहाड़ जेल से बाहर आए चिदंबरम, कार्यकर्ताओं ने ऐसे किया वेलकम

नई दिल्ली : आईएनएक्स मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने चिदंबरम को जमानत दे दी है। वे 107 दिन बिताने के बाद बुधवार को तिहाड़ जेल से रिहा हो गए। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें दो लाख रुपये के निजी मुचलके और बिना इजाजत विदेश न जाने की शर्त पर जमानत दी है।
उनके बेटे कार्ति चिदंबरम उन्हें लेने तिहाड़ पहुंचे और जेल के बाहर बड़ी संख्या में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
न्यायमूर्ति आर भानुमति, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति ऋषिकेश राय की पीठ ने 28 नवंबर को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम की जमानत याचिका पर सुनवाई पूरी की थी। पीठ ने कहा था कि इस पर फैसला बाद में सुनाया जायेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने पी. चिदंबरम के किसी भी तरह के इंटरव्यू और बयान देने पर रोक लगा दी है। साथ ही गवाहों के साथ किसी भी तरह के संपर्क करने पर भी रोक लगा दी गई है। उन्हें दो लाख के निजी मुचलके पर जमानत मिली है।
प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया था कि चिदंबरम ने ‘निजी लाभ' के लिये वित्त मंत्री के ‘प्रभावशाली कार्यालय' का इस्तेमाल किया और इस अपराध की रकम को हड़प गये। निदेशालय ने यह भी दावा किया था कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री होने की वजह से चिदंबरम बहुत ही चतुर और प्रभावशाली व्यक्ति हैं और इस समय उनकी उपस्थिति ही गवाहों को भयभीत करने के लिये काफी है।
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चिदंबरम की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने दलील दी थी कि उन्हें ‘अनुचित तरीके' से पिछले 99 दिन से सिर्फ इसलिए जेल में रखा गया है क्योंकि वह आईएनएक्स मीडिया धन शोधन मामले में मुख्य आरोपी कार्ति चिदंबरम के पिता हैं और इस मामले से उन्हें जोड़ने के लिये उनके खिलाफ ‘एक भी साक्ष्य' नहीं है।