मुंबई के आरे कॉलोनी में पेड़ों के कटाई को लेकर मचा बवाल, सड़कों पर उतरे लोग, 60 हिरासत में

मुंबई : शुक्रवार की सुबह बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से आरे कॉलोनी में मेट्रो कारशेड बनाने के लिए 2702 पेड़ों को काटे जाने के खिलाफ दायर याचिका को खारिज करने के बाद शुक्रवार रात 8 बजे से ही पेड़ों को काटना शुरू कर दिया गया। इसके खिलाफ पर्यावरण प्रेमियों ने आरे कॉलोनी पहुंचकर विरोध करना शुरू कर दिया है।
मुंबई पुलिस ने हालात को देखते हुए मुंबई के आरे जंगलों में मेट्रो-रेल परियोजना स्थल के पास के क्षेत्र में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस ने कहा कि शुक्रवार रात से ही 38 प्रदर्शनकारियों पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लेने वाली शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी को भी हिरासत में ले लिया गया।
Mumbai: Shiv Sena leader Priyanka Chaturvedi outside Samta Nagar Police station; she was detained by the police earlier today following protests in #AareyForest. pic.twitter.com/7JjopNFotT — ANI (@ANI) October 5, 2019
विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ शिवसेना-भाजपा गठबंधन को निशाना साधते हुए कहा कि वे पेड़ों को बचाने में विफल रहे हैं। वहीं, गिरफ्तार किए गए कम से कम 38 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ धारा 353, 332, 143 और 149 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
Mumbai #Aarey protest: Total 29 people have been arrested by Aarey police station since 11 pm last night under various sections of the Indian Penal Code for disturbing public order &obstructing govt officials from performing their duties. pic.twitter.com/HLoV1HD7Ek — ANI (@ANI) October 5, 2019
पर्यावरण प्रेमियों के अनुसार बीएमसी ने पेड़ों को काटने के लिए मिली अनुमति को अपने वेबसाइट पर नहीं डाला है और कानून के अनुसार वेबसाइट पर अनुमति की कॉपी को डालने के 15 दिनों के बाद पेड़ काटे जा सकते हैं।
पेड़ काटने के खिलाफ जहां लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया तो वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री दिया मिर्ज़ा और नेता जिग्नेश मेवानी ने इसके खिलाफ सोशल मीडिया पर आवाज़ उठाई।
कटाई का विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि जिन 2600 से अधिक पेड़ों को काटा जाना है, उनमें से 200 पेड़ शुक्रवार को काट डाले गये।
#WATCH: People gathered in protest at #AareyForest against the felling of trees there, earlier tonight. They were later removed from spot by police. Bombay HC has dismissed all petitions against BMC decision which allowed felling of more than 2700 trees there, for metro car shed. pic.twitter.com/saT4MaHWsq — ANI (@ANI) October 4, 2019
प्रस्तावित कार शेड स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किये गये हैं, क्योंकि शुक्रवार देर रात सैकड़ों लोग पेड़ों को काटने से रोकने के लिए पहुंच गये थे। कई ट्वीट कर इस मुद्दे पर देवेंद्र फडणवीस सरकार और बृहन्मुम्बई महानगरपालिका की निंदा भी की गयी है।
आम आदमी पार्टी की नेता प्रीति मेनन शर्मा ने कहा कि, 21 अक्टूबर को होने जा रहे विधानसभा चुनाव के बीच पेड़ काटना चुनाव संहिता का उल्लंघन है।
वहीं शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भी जंगलों को काटे जाने का विरोध किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, 'केंद्र सरकार के जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अस्तित्व में आने या प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में बात करने का कोई मतलब नहीं है, जब मुंबई मेट्रो के तृतीय परियोजना के तहत आरे कॉलोनी के आसपास के क्षेत्र को नष्ट किया जा रहा है। मेट्रो द्वारा इसे अहंकार की लड़ाई बनाना केंद्र सरकार के उद्देश्य को नष्ट कर रही है।